सोमवार, 31 मार्च 2008

४८. ऐतबार -ऐ -कीस्मत










ऐतबार - -कीस्मत कीसको है ,

मिल जाए खुसी इंकार किसको है ,


कुछ मज्बूरिया हैं मेरे दोस्त ,

वरना दूरियों से प्यार कीसको है !!

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