हसीनाये तो अमीरों पर मरती है , इसमे मुझ जैसे गरीब का क्या दोष है ,
हसीनाये तो अमीरों पर मरती है , इसमे मुझ जैसे गरीब का क्या दोष है ,
इन हसीनाओं ने मुझे ठुख्राया है , जब से
"ZINDGI BAHUT TEJ CHALTI HAI, MAGER SABSE TEJ WAHI CHALTA HAI, JO SABSE AKELA CHALTA HAI"…..SO B ALONE N DON DEPEND UPON OTHER'S...
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