सोमवार, 31 मार्च 2008

२६. आँख वो चाहत !

आँख वो चाहत जिस में दिल की जुबां होती हैं ,
सची चाहत तो बेजुबान होती हैं ,
प्यार मैं दर्द मिला तो घबराना कैसा ,
दर्द से चाहत और जवा होती है !!

कोई टिप्पणी नहीं: