सोमवार, 31 मार्च 2008

३८.हर शाम से !


हर शाम से तेरा इजहार कीया करते है ,
हर ख्वाब मे तेरा दीदार कीया करते है ,
दीवाने ही तो है हम तेरे ,
जो हर वक्त तेरे मिलने का इंतज़ार कीया करते है !!

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