दिल -ऐ -आशीकी की तमन्ना हम जिनसे करते थे ,
जुदाई अब हम उनकी सहते है ,
वक्त नही उन्हें हमसे कुछ बातें करने की ,
ये ही सोचकर अब हम हर वक्त खामोश रहते है !!
Re: Thoughts on last Ball
16 वर्ष पहले
"ZINDGI BAHUT TEJ CHALTI HAI, MAGER SABSE TEJ WAHI CHALTA HAI, JO SABSE AKELA CHALTA HAI"…..SO B ALONE N DON DEPEND UPON OTHER'S...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें