सोमवार, 31 मार्च 2008

८१.जिन्दगी की !










जिन्दगी की राह में आगे चलते जाना हर पल ,

मुड के ना देख बीते हूऐ पल ,

जो नहीं था तेरा तुझे नहीं मीला ,

जो मिल गया उसके साथ गुजार अपना हर पल !!

कोई टिप्पणी नहीं: