दो दिलो की दास्ताँ कहाँ तुम्हे कुबूल थी ,
वो कसमे वो वादे तुम्हारे लीये फिजूल थे ,
कोई आस नहीं बाकी हमारे दिल के लीये थी ,
"ZINDGI BAHUT TEJ CHALTI HAI, MAGER SABSE TEJ WAHI CHALTA HAI, JO SABSE AKELA CHALTA HAI"…..SO B ALONE N DON DEPEND UPON OTHER'S...
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