गुरुवार, 1 जनवरी 2009

१००.इतनी शिद्धत से मैंने

इतनी शिद्धत से मैंने तुम्हे पाने की कोशिश की हैंकी हर ज़र्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की साजिश की हैं ...कहते हैं की अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पुरी कायनात उसको तुमसे मिलाने की कोशिश मैं लग जाती हैआज आप सब लोगो ने मुझे मेरी चाहत से मिला दियाइसके लिए में आप सब का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँहमारी हिन्दी फिल्मों की तरह हमारी जिन्दगी मैं भी एंड मैं सब कुछ ठीक हो जाता हैंऔर अगर कुछ ठीक नही होता हैं तो कहानी अभी ख़तम नही हुईपिक्चर अभी बाकी हैं मेरे दोस्त

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